विधानसभा
चुनाव में भाजपा का ओबीसी चेहरा 'शिवराज'
मध्यप्रदेश
विधानसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी वोट बैंक भी मायने रखेगा। प्रदेश में 90 सीट ऐसी हैं जहां इस वोट बैंक का
अच्छा खासा प्रभाव है। भाजपा में जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ओबीसी वर्ग
के चेहरे हैं।
चुनाव
से ऐनवक्त पहले भाजपा ने बालकृष्ण पाटीदार, लोधी नेता प्रहलाद सिंह पटेल के भाई
जालम सिंह पटेल व नारायण सिंह कुशवाह को भी ओबीसी वोट बैंक साधने के लिए मंत्री
बनाया है। हालांकि ओबीसी वोट बैंक पदोन्न्ति में आरक्षण जैसे विषयों पर भाजपा से
खफा है, लेकिन
पार्टी इसका समाधान निकालने की कोशिश में लगी है।
उमा
भारती की उपेक्षा से लोधी खफा
प्रदेश
में लोधी मतदाताओं की संख्या भी बड़ी है। लोधी समाज के नेताओं में पूर्व
मुख्यमंत्री उमा भारती और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का नाम सबसे
ऊपर आता है। कुछ दिनों पूर्व उमा भारती ने बयान दिया था कि वे अगले तीन साल कोई
चुनाव नहीं लडेंगी।
उनका
यह बयान प्रदेश में उस समय आया था, जब कोलारस और मुंगावली में उपचुनाव होने वाला
था। सामाजिक सूत्रों का कहना है कि अपने नेता की उपेक्षा से लोधी वर्ग नाराज है।
उन्होंने इस बयान का आशय कुछ इस तरह निकाला कि जब तक उमा भारती चुनाव से दूर
रहेंगी, समाज
भी भाजपा से दूर रहेगा।
सभी
समाज को साध रही भाजपा
भाजपा
ओबीसी वर्ग के सभी समाजों को साधने में जुटी है। लंबे समय पहले से ही पार्टी ने
अपनी इस रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया था। मीणा समाज सहित कई समाजों के सम्मेलन
में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद शामिल हुए थे।
No comments:
Write comments