केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन, MP में दो दिन का राजकीय शोक
केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्री और भाजपा
नेता अनिल माधव दवे का गुरुवार को निधन हो गया है। नर्मदा से पहचान पाने
वाले दवे का अंतिम संस्कार होशंगाबाद जिले के बांद्राभान में नर्मदा किनारे
किया जाएगा। उनकी पार्थिव देह गुरुवार शाम अंतिम दर्शन के लिए पार्टी के
प्रदेश मुख्यालय दीनदयाल परिसर में रखी गई। सेना के विमान से उनकी पार्थिव
देह भोपाल लाई गई। अंत्येष्टि के कारण होशंगाबाद में 19 मई को पूर्वान्ह
में अाधे दिन का अवकाश घोषित किया गया है।
गौरतलब है कि भाजपा के दिग्गज नेता माधव दवे लंबे समय से बीमार थे और उन्हें दिल्ली एम्स मे भर्ती कराया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।
पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मेरे दोस्त और सम्माननीय साथी अनिल माधव दवे के निधन से दुखी हूं। हम कल रात ही मिले थे और कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी। उन्हें उनके लोक हित के कामों के लिए याद रखा जाएगा। दवे जी पर्यावरण को बचाने के लिए बेहद सक्रिय थे। यह मेरे लिए एक निजी क्षति है।
गौरतलब है कि अनिल माधव दवे अविवाहित थे और उन्हें चुनाव प्रबंधन में महारत हासिल थी। भाजपा संगठन को मजबूत करने में अनिल माधव दवे ने अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा माधव दवे एक अच्छे पर्यावरणविद् भी थे और नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए लंबे समय तक काम किया।
अनिल माधव दवे के निधन पर भाजपा नेता प्रहलाद पटेल ने भी दुख जताते हुए कहा कि अनिल का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि मैंने उनके साथ लंबे समय तक काम किया। उनमें संगठन मजबूती के लिए निर्णय लेने की गजब की क्षमता थी। राज्यसभा सांसद रह चुके अनिल माधव दवे का जन्म 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
गौरतलब है कि भाजपा के दिग्गज नेता माधव दवे लंबे समय से बीमार थे और उन्हें दिल्ली एम्स मे भर्ती कराया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।
पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मेरे दोस्त और सम्माननीय साथी अनिल माधव दवे के निधन से दुखी हूं। हम कल रात ही मिले थे और कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी। उन्हें उनके लोक हित के कामों के लिए याद रखा जाएगा। दवे जी पर्यावरण को बचाने के लिए बेहद सक्रिय थे। यह मेरे लिए एक निजी क्षति है।
गौरतलब है कि अनिल माधव दवे अविवाहित थे और उन्हें चुनाव प्रबंधन में महारत हासिल थी। भाजपा संगठन को मजबूत करने में अनिल माधव दवे ने अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा माधव दवे एक अच्छे पर्यावरणविद् भी थे और नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए लंबे समय तक काम किया।
अनिल माधव दवे के निधन पर भाजपा नेता प्रहलाद पटेल ने भी दुख जताते हुए कहा कि अनिल का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि मैंने उनके साथ लंबे समय तक काम किया। उनमें संगठन मजबूती के लिए निर्णय लेने की गजब की क्षमता थी। राज्यसभा सांसद रह चुके अनिल माधव दवे का जन्म 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
No comments:
Write comments