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पेट्रोल पंप, दो घंटे में एक जगह से दूसरी जगह होंगे
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फोन आने से लैंडलाइन फोन अब बीते जमाने की बात हो चुके हैं। बहुत संभव है कि अब
पेट्रोल पंप भी बीते जमाने की बात हो जाएं। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि एक भारतीय
कंपनी एलिंज ने चेक गणराज्य की कंपनी पेट्रोकार्ड से मिलकर भारतीय बाजार में
मोबाइल पेट्रोल पंप उतार दिया है। कंपनी का दावा है कि इस सुविधा के आ जाने के बाद
किसी भी जगह पर दो घंटे के अंदर पेट्रोल पंप स्थापित किए जा सकेंगे और जरुरत पड़ने
पर दो घंटे के अंदर ही वहां से हटाए भी जा सकेंगे।
यूरोपियन
बाजारों में पहले से ही सफलतापूर्वक काम कर रही इस तकनीकी के भारत में आ जाने से
उन क्षेत्रों में पेट्रोल-डीजल की सुविधा देने में बहुत मदद मिल सकेगी जहां जगहों
की कमी या आवागमन की दुरुहता के कारण पेट्रोल पंप स्थापित नहीं किये जा पाते। इस
तकनीकी से बाढ़-भूकंप के समय किसी भी जगह पर लोगों को तत्काल पेट्रोल या डीजल जैसी
चीज पहुंचाई जा सकेगी। कंपनी को उम्मीद है कि भारतीय सेना और रेलवे भी इसका अधिकतम
उपयोग कर सकते हैं।
एलिंज
के शीर्ष अधिकारी इंदरजीत प्रुथी ने दिल्ली में संवाददाताओं को इस प्रोजेक्ट के
बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस तकनीकी के सबसे छोटे पेट्रोल पंप लगाने के
लिए न्यूनतम 20X20 मीटर के जगह की आवश्यकता होती है जो
वर्तमान पेट्रोल पंपों की तुलना में न के बराबर होगा। इस मॉडल के पंप में एक बार
में 10 हजार लीटर पेट्रोल या डीजल रखा जा
सकेगा। बड़े मॉडल के पोर्टेबल पेट्रोल पंपों, जिनकी
स्टोरेज क्षमता 35 हजार लीटर तक की होती है, के लिए कुछ अधिक जगह की जरुरत होती है।
इन
पेट्रोल पंपों में एक ही साथ चार प्रकार के ईंधन बेचे जा सकेंगे। इनमें एक साथ
पेट्रोल, डीजल, केरोसीन
और एलपीजी को रखा जा सकता है। कंपनी कुछ ही समय के बाद इन मशीनों में सीएनजी को
रखने की भी तैयारी कर रही है। इन मशीनों से एक बार में तीन लिक्विड ईंधन या एलपीजी
को ग्राहकों को दिया जा सकता है।
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