Thursday, 9 August 2018

द्रविड़ विचारधारा के चारो स्तंभकार मरीन पर


द्रविड़ विचारधारा के चारो स्तंभकार मरीन पर

दिग्गज नेता एम करुणानिधि निधन से पहले तक एक योद्धा की तरह लड़ते रहे और मरने के बाद भी उन्होंने अपनी आखिरी जंग लड़ी और जीत हासिल की। मद्रास हाई कोर्ट ने उनकी 'आराम करने की जगह' को लेकर मरीना बीच पर जगह की अनुमति दी।बुधवार को जब मरीना बीच में करुणानिधि को ताबूत में रखकर दफनाया जा रहा था, तो ऐसा मालूम हो रहा था जैसे एक तस्वीर पूरी हो गई हो और द्रविड़ विचारधारा के चारों स्तंभकार यहां पड़ोसी बन गए।
मरीना बीच पर तमिलनाडु के तीन पूर्व मुख्यमंत्री- सीएन अन्नादुरई, एमजी रामचंद्रन और जयललिता की समाधि यहां मौजूद है और अब करुणानिधि का स्मारक भी यहीं तैयार किया जाएगा। डीएमके कार्यकर्ता जो अपने 'थलाइवर' करुणानिधि के निधन के बाद से करुण रुदन कर रहे हैं, अब वे उनको यहां उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे। करुणानिधि को यहां उनके गुरु सीएन अन्नादुरई की समाधि के बगल में ही दफनाया गया है।
इसके अलावा उनके दूसरे पड़ोसी हैं- एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) और जे जयललिता, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। खासकर करुणानिधि और जयललिता, जो जीते जी आपसी कड़वाहटों को कभी दूर न कर सके लेकिन उनकी मौत ने उन्हें एक साथ कर दिया।

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