Wednesday, 8 August 2018

पहली बार सुप्रीम कोर्ट में एक साथ तीन महिला जस्टिस


पहली बार सुप्रीम कोर्ट में एक साथ तीन महिला जस्टिस

जस्टिस इन्दिरा बनर्जी द्वारा सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश के पद की शपथ ग्रहण करने के साथ ही उच्चतम न्यायालय में महिला न्यायाधीशों की संख्या बढ़कर तीन हो गई। न्यायालिका के इतिहास में पहली बार शीर्ष अदालत में तीन महिला न्यायाधीश- न्यायमूर्ति आर भानुमति, न्यायमूर्ति इन्दु मल्होत्रा और न्यायमूर्ति इन्दिरा बनर्जी, हैं।
आजादी के बाद 1950 में सुप्रीम कोर्ट के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक आठ महिला न्यायाधीशों की नियुक्ति शीर्ष अदालत में हो चुकी हैं। इनमें सबसे पहली महिला न्यायाधीश फातिमा बीवी थीं जिनकी नियुक्ति 1989 में हुई थी। मद्रास उच्च न्यायालय से पदोन्नत होकर शीर्ष अदालत में न्यायाधीश नियुक्त होने वाली न्यायमूर्ति बनर्जी 23 सितंबर, 2022 को सेवानिवृत्त होंगी।
मद्रास उच्च न्यायालय से पहले वह कलकत्ता उच्च न्यायालय में न्यायाधीश और फिर वहीं पर मुख्य न्यायाधीश रह चुकी हैं। न्यायमूर्ति बनर्जी से पहले वरिष्ठ अधिवक्ता इन्दु मल्होत्रा शीर्ष अदालत में न्यायाधीश बनने वाली सातवीं महिला थीं। जस्टिस मल्होत्रा पहली महिला न्यायाधीश हैं जिनकी सीधे उच्चतम न्यायालय में नियुक्ति हुई।
जस्टिस फातिमा बीवी के बाद जस्टिस सुजाता वी मनोहर, रूमा पाल, ज्ञान सुधा मिश्रा, रंजना प्रकाश देसाई और फिर जस्टिस आर भानुमति शीर्ष अदालत में न्यायाधीश बनीं।

No comments:
Write comments

Recommended Posts × +