ज्योतिरादित्य
सिंधिया से शिलान्यास समारोह के संबंध में
विभाग से हुई गलती की गडकरी ने मांगी माफी
कांग्रेस
नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने संसदीय क्षेत्र गुना में चार लेन राजमार्ग के
शिलान्यास समारोह में अपने बहिष्कार पर मौन तोड़ते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान को निशाने पर लिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री और कलेक्टर के
खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष को विशेषाधिकार हनन का नोटिस सौंपा है। अपने संसदीय क्षेत्र
गुना में पिछले दिनों आयोजित हुए चार लेन राजमार्ग के शिलान्यास समारोह में
आमंत्रित ना करने से नाराज़ सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से केंद्रीय सड़क परिवहन
एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने विभाग की ओर से माफी मांगी। सिंधिया ने
मुख्यमंत्री और कलेक्टर के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष को विशेषाधिकार हनन का नोटिस
सौंपा था। आज लोकसभा में उन्होंने इस मुद्दे को उठाया और जमकर हंगामा हुआ। उधर, मामले
को तूल पकड़ते देख नितिन गडकरी ने अपने विभाग की ओर से सिंधिया से माफी मांगी।
लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेसी शांत नही हुए। जिसको लेकर ग्रामीण विकास मंत्री
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नितिन गडकरी ने माफी मांग ली है। अब इस विषय पर
राजनीति नहीं करनी चाहिए।वही लोकसभा स्पीकर ने भी सभी को शांत रहने को कहा और
सिंधिया को भी नसीहत दी।
23 जुलाई को गुना में चार लेन राजमार्ग के
शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन
गडकरी शामिल हुए थे| लेकिन स्थानीय सांसद और वरिष्ठ
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को आमंत्रण नहीं दिया गया| इस
पर राजनीति गरमा गई और कांग्रेस ने इस पर आपत्ति ली| वहीं सिंधिया ने मुख्यमंत्री और
कलेक्टर के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष को विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी दिया| कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सिंधिया का
नाम आमंत्रण पत्र से गायब था और समारोह के लिए उनसे संपर्क नहीं किया गया था। ऐसा
भी कहा गया है कि पार्टी के विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया को कथित तौर पर सुरक्षा
कर्मियों ने मंच से हटा दिया था जब उन्होंने सिंधिया की अनुपस्थिति पर विरोध किया
था। इसी मुद्दे को लेकर गुरूवार को लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ| गुरुवार
को लोकसभा में शून्यकाल प्रारंभ होते ही कांग्रेस के मुख्य सचेतक और मध्य प्रदेश
के गुना से सांसद सिंधिया ने इस मुद्दे को उठाया और विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने
की बात कही। उन्होंने कहा कि गत 23 जुलाई को ग्वालियर-शिवपुरी-देवास
राजमार्ग के विस्तार कार्य के शुभारंभ के मौके पर स्थानीय सांसद के नाते उन्हें
आमंत्रित किया जाना चाहिये था। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जो शिलापट्टिका तैयार
की गयी थी उस पर उनका नाम था, लेकिन उसे तोड़कर दूसरी शिलापट्टिका
तैयार की गयी जिसमें उनका नाम हटा दिया गया। निर्माण कार्य का शुभारंभ गडकरी ने
किया था। इसके लिए सिंधिया ने मध्य प्रदेश
के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
गडकरी
ने स्वीकारा विभाग से हुई गलती
इस
पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में स्वीकार किया कि उनके
विभाग से ये गलती हुई यह मेरी जिम्मेदारी है क्योंकि मैं विभाग का मंत्री हूं। मैं
स्वीकार करता हूं कि एमपी (सांसद) आए या ना आए, उनका नाम (पत्रिका में) रखना चाहिए था।
मैं विभाग की ओर से माफी मांगता हूं।लेकिन इसके बाद भी लोकसभा में कांग्रेसियों ने
जमकर हंगामा किया। लोकसभा स्पीकर ने भी उन्हें शांत कराने की कोशिश की लेकिन वे
नही माने।
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