भारत
में करुणानिधि जैसा रिकॉर्ड किसी के पास नहीं, पीला वस्त्र इस कारण पहनते हैं हमेशा
एम.
करुणानिधि यानी मुत्तुवेल करूणानिधि तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और द्रविड़
मुन्नेत्र कज़गम (डीएमके) पार्टी के अध्यक्ष होने के साथ-साथ तमिल सिनेमा जगत के
एक प्रसिद्ध नाटककार और पटकथा लेखक भी हैं। कला के प्रति उनकी विद्वता को देखते
हुए उनके समर्थक उन्हें 'कलाईनार' कहकर संबोधित करते हैं। कलाईनार एक
तमिल शब्द है, जिसका
मतलब होता है 'कला
का विद्वान'।
करुणानिधि
ने तमिल फिल्म उद्योग में एक पटकथा लेखक के रूप में अपने करियर का शुभारंभ किया
था। लेकिन अपनी बुद्धि और भाषण कौशल के माध्यम से वे बहुत जल्द एक राजनेता बन गए।
जस्टिस पार्टी के अलगिरिस्वामी के एक भाषण से प्रेरित होकर उन्होंने महज 14 साल की उम्र में राजनीति में प्रवेश
किया था और तब से लेकर अब तक वो तमिलनाडु की राजनीति में बने हुए हैं। एक
बुद्धिजीवी होने के बावजूद बृहस्पति ग्रह शान्ति के लिए वो हमेशा पीला वस्त्र
पहनते हैं।
60
साल के राजनीतिक करियर में 5 बार बने मुख्यमंत्री
94 वर्षीय
करुणानिधि अपने 60 साल
के राजनीतिक करियर में पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे हैं। वह पहली बार साल
1957 में
तमिलनाडु विधानसभा के लिए चुने गए थे और वर्ष 1969 में तत्कालीन डीएमके अध्यक्ष और
मुख्यमंत्री अन्नादुरई की मौत के बाद मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद साल 1971,
1989, 1996 और 2006
में भी वह
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने। अपने पूरे राजनीतिक काल में उन्होंने अपनी भागीदारी
वाले हर चुनाव में अपनी सीट जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। ऐसा करने वाले वह देश के
इकलौते नेता हैं।
No comments:
Write comments