नासा के प्रोजेक्ट के लिए डिंडौरी जिले की बेटी मेघावी का चयन
आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले की बेटी मेघावी प्रश्नानी ने नासा के प्रोजेक्ट में काम करके जिले को गौरवान्वित करेगी। पांच साल तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से जुड़कर काम करने के बाद मेघावी का चयन नासा के प्रोजेक्ट जिसका विषय 'भूमि का आवरण व भूमि उपयोग परिवर्तन" के लिए हुआ है।
वे विश्व कृषि निगरानी व विश्लेषण का काम भी करेंगी। उनका अनुसंधान भारत और अन्य एशियाई देशों में केंद्रित रहेगा। मेघावी नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश प्रश्नानी और पैथोलॉजी विभाग संचालिका उर्मिला प्रश्नानी की बेटी हैं।
मेघावी ने 10वीं तक जिला मुख्यालय के एक निजी स्कूल में अध्ययन करने के बाद 12वीं तक की पढ़ाई जबलपुर में की। इसके बाद इंजीनियरिंग इंदौर से कर इसरो से जुड़ गईं।
मेघावी ने बताया कि वह मां नर्मदा नदी की वर्तमान चिंताजनक स्थिति पर प्रोजेक्ट लाकर कार्य करने की इच्छुक हैं। मेघावी ने बताया कि वे उपग्रह छवियों द्वारा भारत की फसलों दाल, चावल, गेहूं, सरसों आदि का विश्लेषण कर चुकी हैं।
आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले की बेटी मेघावी प्रश्नानी ने नासा के प्रोजेक्ट में काम करके जिले को गौरवान्वित करेगी। पांच साल तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से जुड़कर काम करने के बाद मेघावी का चयन नासा के प्रोजेक्ट जिसका विषय 'भूमि का आवरण व भूमि उपयोग परिवर्तन" के लिए हुआ है।
वे विश्व कृषि निगरानी व विश्लेषण का काम भी करेंगी। उनका अनुसंधान भारत और अन्य एशियाई देशों में केंद्रित रहेगा। मेघावी नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश प्रश्नानी और पैथोलॉजी विभाग संचालिका उर्मिला प्रश्नानी की बेटी हैं।
मेघावी ने 10वीं तक जिला मुख्यालय के एक निजी स्कूल में अध्ययन करने के बाद 12वीं तक की पढ़ाई जबलपुर में की। इसके बाद इंजीनियरिंग इंदौर से कर इसरो से जुड़ गईं।
मेघावी ने बताया कि वह मां नर्मदा नदी की वर्तमान चिंताजनक स्थिति पर प्रोजेक्ट लाकर कार्य करने की इच्छुक हैं। मेघावी ने बताया कि वे उपग्रह छवियों द्वारा भारत की फसलों दाल, चावल, गेहूं, सरसों आदि का विश्लेषण कर चुकी हैं।
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