पुलिस रामपाल सिंह के भतीजे पर लगे आरोप की निष्पक्षता से जांच करे
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मंत्री रामपाल सिंह के भतीजे के ऊपर भी हेलीना नामक युवती ने शादी करके छोड़ देने का जो आरोप लगाया है, पुलिस महानिदेशक को चाहिए कि इस मामले की निष्पक्षता से जांच करवाएं और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करे।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि आज उनसे मिलने एमएलए रेस्ट हाउस के पास ओमनगर में रहने वाली युवती श्रीमती हेलीना उर्फ संगीता ठाकरे आई थी। इनका कहना है कि वर्ष 2004 में जब रामपाल सिंह विधायक के रूप में एमएलए रेस्ट हाउस के 16 नंबर कमरे में रहते थे, तब उनकी पत्नी के भाई का बेटा राघवेन्द्र सिंह से उसका परिचय हुआ और 2004 में उससे विवाह हुआ। सिंह ने कहा कि युवती ने उन्हें बताया कि शादी के बाद जबरन धमकी देने और राघवेन्द्र से हुई बेटी वैष्णवी को मारने का बोलकर मुझसे तलाक लिया। लेकिन बेटी के पालनपोषण के लिए जो राशि देने का कहा था, वह राघवेन्द्र ने नहीं निभाया।
सिंह ने कहा कि मैं श्रीमती हेलीना द्वारा दिए गए आवेदन को डीजीपी के पास भेज रहा हूं इस अपेक्षा के साथ कि वे बगैर किसी दबाव के निष्पक्ष रूप से इसकी जांच करवाएं और सही पाए जाने पर बगैर दबाव के दोषियों के खिलाफ सजा दिलवाए और भरण पोषण भी दिलवाए ताकि फरियादी अपनी बेटी का पालनपोषण सही ढंग से कर सके।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मंत्री रामपाल सिंह के भतीजे के ऊपर भी हेलीना नामक युवती ने शादी करके छोड़ देने का जो आरोप लगाया है, पुलिस महानिदेशक को चाहिए कि इस मामले की निष्पक्षता से जांच करवाएं और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करे।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि आज उनसे मिलने एमएलए रेस्ट हाउस के पास ओमनगर में रहने वाली युवती श्रीमती हेलीना उर्फ संगीता ठाकरे आई थी। इनका कहना है कि वर्ष 2004 में जब रामपाल सिंह विधायक के रूप में एमएलए रेस्ट हाउस के 16 नंबर कमरे में रहते थे, तब उनकी पत्नी के भाई का बेटा राघवेन्द्र सिंह से उसका परिचय हुआ और 2004 में उससे विवाह हुआ। सिंह ने कहा कि युवती ने उन्हें बताया कि शादी के बाद जबरन धमकी देने और राघवेन्द्र से हुई बेटी वैष्णवी को मारने का बोलकर मुझसे तलाक लिया। लेकिन बेटी के पालनपोषण के लिए जो राशि देने का कहा था, वह राघवेन्द्र ने नहीं निभाया।
सिंह ने कहा कि मैं श्रीमती हेलीना द्वारा दिए गए आवेदन को डीजीपी के पास भेज रहा हूं इस अपेक्षा के साथ कि वे बगैर किसी दबाव के निष्पक्ष रूप से इसकी जांच करवाएं और सही पाए जाने पर बगैर दबाव के दोषियों के खिलाफ सजा दिलवाए और भरण पोषण भी दिलवाए ताकि फरियादी अपनी बेटी का पालनपोषण सही ढंग से कर सके।
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