प्रदेश के दस विद्यालयों में होगा प्रायोगिक
तौर पर आनंद गतिविधियों का समावेश
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की
देश की संचालक सुश्री मरीना वाल्टर ने सत्र के दौरान विभिन्न लोगों से प्रश्नोत्तर
के मध्यम से चर्चा की। सुश्री वाल्टर ने कहा कि मध्यप्रदेश ने हैप्पीनेस जैसे नए
और प्रासंगिक विषय पर विभाग के गठन करने और अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन
करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। यह कार्यशाला प्रसन्नता को नापने के लिए विषयों
के निर्धारण और नवीन विधियों के विकास की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यूएनडीपी
द्वारा ऐसे कार्यों को सदैव समर्थन दिया जाता है।
हैप्पीनेस के क्षेत्र में भारत सहित अन्य देशों
में गतिविधियों के संचालन में संलग्न एवं अन्य संस्थानों को सक्रिय सहयोग देने
वाले विषय-विशेषज्ञ प्रो. एस.एस.रेखी ने आनंद विभाग और मध्यप्रदेश सरकार के
प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी जगह खुशी का माहौल हो, इसके
लिए आपके चेहरे पर सदैव मुस्कान बनी रहना चाहिए।
कार्यशाला के दो दिवस में चलने वाले समानांतर
सत्र के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। इसमें राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर.
परशुराम की अध्यक्षता में हुए समानांतर सत्र का प्रेजेंटेशन सुश्री राधिका पुंशी
ने दिया। इसी प्रकार सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री विश्वपति
त्रिवेदी की अध्यक्षता वाले सत्र का श्री डेविड जोंस, डॉ. आर.एस.
पिल्लई के सत्र का श्री प्रतीप नायक और डॉ. हाईडी कार्स्ट तथा श्री एस.एस. रेखी की
अध्यक्षता में हुए समानांतर सत्र का प्रेजेंटेशन सुश्री लीलावती कृष्णन ने दिया।
विभिन्न सत्रों में आनंद के भिन्न-भिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इसमें सभी
विशेषज्ञों के आवश्यक सुझावों का समावेश कर विभिन्न बिन्दु और प्रश्न तैयार किए
गए। समापन सत्र का संचालन राज्य आनंद संस्थान के अधिकारी श्री लोकेन्द्र ठक्कर ने
किया।
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