राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 40 मेधावी
छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति द्वारा छात्रवृत्ति का वितरण किया
राज्यपाल
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि हमारे देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का
उपयोग आदिकाल से हो रहा है। माइक्रो सर्जरी में श्रीगणेश और सीताहरण में पुष्पक
विमान का उपयोग, महाभारत के युद्ध का संजय द्वारा धृतराष्ट्र को
सीधा प्रसारण दिखाना आदि इसका उदाहरण हैं। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने आज राजीव
गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल में आयोजित कुलाधिपति
छात्रवृत्ति वितरण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। राज्यपाल ने इस अवसर पर
40 मेधावी छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति छात्रवृत्ति के चेक वितरित
किये।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि हमारे जीवन
में हर कदम पर टेक्नालॉजी का साथ है। छात्रवृत्ति छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा,
कौशल
और ज्ञान को निखारने तथा रूचि बढ़ाने के प्रति प्रोत्साहित करने का माध्यम है।
छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं का दायित्व है कि वे इसका सदुपयोग
कर शिक्षा के क्षेत्र में और अच्छा प्रदर्शन करें। अपने विश्वविद्यालय, देश
और प्रदेश का नाम रोशन करें।
राज्यपाल ने कहा कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र
में हमारे देश ने बहुत प्रगति की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने
एक साथ 104 सैटेलाइट्स को लाँच करके नया इतिहास रचा है। हमारे देश द्वारा 3
अप्रैल 2018 को दूसरा चन्द्र अन्वेषण मिशन चन्द्रमा पर
भेजा जायेगा जिसमें एक ऑर्बिटर, लैंडर और एक छोटा रोवर शामिल है। इस सब
का विकास इसरो द्वारा किया जायेगा।
प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा, श्री
संजय बंदोपाध्याय ने कहा कि प्रदेश सरकार हमेशा तकनीकी शिक्षा को बेहतर से बेहतर
बनाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार की योजनाओं को
क्रियान्वित किया जा रहा है। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति
प्रो.सुनील कुमार ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देश और विदेश
में विश्वविद्यालय की ख्याति को बढ़ाया है।
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