शहरी क्षेत्रों में भी न्यूट्रिशन लिटरेसी पर अभियान आवश्यक : मंत्री चिटनिस
महिला-बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहरों में भी पोषण के प्रति संवेदनशीलता और न्यूट्रिशन लिटरेसी बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके लिये सम्पूर्ण प्रदेश में अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक विकासखण्ड स्तर पर एक-एक न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज विकसित किया जा रहा है। चिटनिस आज महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विधानसभा परिसर में न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज की अवधारणा और क्रियान्वयन विषय पर आयोजित कार्यशाला के प्रथम सत्र को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि सात विभागों क्रमश: कृषि, पशुपालन, मत्स्य विभाग, उद्यानिकी, वन, महिला बाल विकास तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के साथ मिलकर समन्वित रूप से इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में पोषण संवेदी कृषि को प्रोत्साहित करने के लिये मिट्टी परीक्षण और मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार के लिये कम्पोस्टिंग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप स्वच्छता अभियान की दिशा में प्रदेश अग्रसर होगा। साथ ही कृषि भूमि को पोषक तत्व भी मिलेंगे।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में प्रमुख सचिव महिला बाल विकास जे.एन. कंसोटिया, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान जबलपुर के संचालक अनुपम मिश्र, आयुक्त महिला सशक्तिकरण जय कियावत, आयुक्त एकीकृत बाल विकास परियोजना पुष्पलता सिंह उपस्थित थे। कार्यशाला में महिला बाल विकास सहित कृषि, पशु पालन, उद्यानिकी विभाग सहित कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान जबलपुर के संचालक मिश्र ने न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज की अवधारणा की जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम स्तर पर प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट, वसा, विटामिन तथा मिनरल्स की आवश्यकता का आंकलन कर समन्वित कृषि व्यवस्था द्वारा इन तत्वों की पूर्ति ग्राम स्तर पर कर पोषक तत्वों में आत्मनिर्भरता विकसित की जायेगी।
कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्र रायसेन, नीमच और देवास द्वारा न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज विकसित करने की दिशा में किये जा रहे कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया गया है। इसी प्रकार ग्वालियर, जबलपुर, डिंडोरी, बुरहानपुर, धार, देवास तथा भोपाल के जिला कार्यक्रम अधिकारियों ने भी प्रस्तुतिकरण दिया।
No comments:
Write comments