देवेंद्र ने रचा इतिहास, जीता पैरालंपिक का दूसरा स्वर्ण
रियो पैरालंपिक खेलों के भाला फेंक स्पर्धा में भारत के देवेंद्र झाझरिया ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वे इससे पहले भी 2004 एथेंस पैरालंपिक में विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। देवेंद्र भारत के ऐसे पहले एथलीट हैं जिन्होंने पैरालंपिक में दो व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीते हैं।इस पदक के साथ ही रियो पैरालंपिक में भारत के कुल पदकों की संख्या 4 हो गई है, जिसमें 2 स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य है। देवेंद्र ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ ये पदक हासिल किया। देवेंद्र ने 63.97 मीटर दूर जेवलिन फेंक कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। एथेंस पैरालंपिक में उन्होंने 62.15 मीटर जेवलिन फेंका था, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड था।35 वर्षीय देवेंद्र राजस्थान के चुरू के रहने वाले हैं। झाझरिया ने 2002 में साउथ कोरिया में हुए फीसिप गेम्स और 2013 में आईपीसी ऐथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था। इसके अलावा उन्होंने इसी स्पर्धा में रजत जीता था।
रियो पैरालंपिक खेलों के भाला फेंक स्पर्धा में भारत के देवेंद्र झाझरिया ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वे इससे पहले भी 2004 एथेंस पैरालंपिक में विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। देवेंद्र भारत के ऐसे पहले एथलीट हैं जिन्होंने पैरालंपिक में दो व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीते हैं।इस पदक के साथ ही रियो पैरालंपिक में भारत के कुल पदकों की संख्या 4 हो गई है, जिसमें 2 स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य है। देवेंद्र ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ ये पदक हासिल किया। देवेंद्र ने 63.97 मीटर दूर जेवलिन फेंक कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। एथेंस पैरालंपिक में उन्होंने 62.15 मीटर जेवलिन फेंका था, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड था।35 वर्षीय देवेंद्र राजस्थान के चुरू के रहने वाले हैं। झाझरिया ने 2002 में साउथ कोरिया में हुए फीसिप गेम्स और 2013 में आईपीसी ऐथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था। इसके अलावा उन्होंने इसी स्पर्धा में रजत जीता था।

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