MUMBAI-GOA HIGHWAY पर पुल टूटा, कई वाहन बहे, 2 शव मिले
मुंबई-गोवा हाइवे पर महाड के पास सावित्री नदी पर बना अंग्रेजों के जमाने का पुल बीती रात ढह गया। इस हादसे के बाद दो सरकारी बसों समेत कई वाहनों के नदी में बह जाने की आशंका है। बसों में 22 लोग सवार थे जो लापता बताए जा रहे हैं। बचाव और राहत कार्य बड़े स्तर पर जारी हैं। अभी तक दो शव बरामद किये गए हैं।पुलिस ने एपी को
बताया कि दो या तीन वाहनों के इसमें बह जाने की खबर हैं, जिसमें कई लोग
मौजूद थे. पुलिस अधिकारी संजय पाटिल ने कहा कि बचावदल को अभी तक कोई वाहन या लापता लोग नहीं मिले हैं. यह ब्रिज मंगलवार रात टूट गया था |एनडीआरएफ के ओपी सिंह ने कहा कि करीब 80 बचावकर्मी, जिसमें गोताखोर भी
शामिल हैं, बचावकार्य में लगे हैं, लेकिन भारी बारिश की वजह से उनका काम
प्रभावित हो रहा है. कोस्ट गार्ड ने चेतक हेलीकॉप्टर से लापता लोगों को
ढूंढने का अभियान शुरू किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सीएम
देवेंद्र फडणवीस से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।सीएम फडणवीस ने कहा, ‘‘मुंबई-गोवा राजमार्ग पर स्थित पुल के ढहने की घटना
के बारे में मैंने रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से बात की है।
बचाव कार्य और तात्कालिक उपायों के लिए प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर
पहुंच चुके हैं।’’ उन्होंने बताया, ‘‘वहां दो समानांतर पुल थे। इनमें से एक
पुल नया था जबकि दूसरा अंग्रेजों के जमाना का था। पुराना वाला पुल गिरा
है।’’ उन्होंने कहा कि पुल पर पड़ने वाला भारी दबाव पुल गिरने की मुख्य वजह
लग रहा है। यह दबाव महाबलेश्वर में भारी बारिश के कारण सावित्री नदी में
आई बाढ़ के कारण है।फडणवीस ने आज सुबह ट्वीट कर कहा, ‘‘राजमार्ग पर
यातायात रोक दिया गया है। प्रशासन नए पुल कीमजबूती और क्षमता का आकलन कर
रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हताहत हुए लोगों के बारे में कोई निश्चित
जानकारी नहीं है।’’वही भारी बारिश और गंगापुर डैम से पानी छोड़ने के
बाद नासिक के हालात बिगड़ गए हैं. गोदावरी नदी से सटे इलाके पानी में डूबे
गए हैं. सेना राहत और बचाव में जुटी है. मौसम विभाग ने नासिक में अगले 24
घंटों में हल्की बारिश की चेतावनी जारी की है. बाढ़ की वजह से अबतक एक महिला
के मारे जाने की ख़बर है. वहीं नासिक के कई इलाक़ों में पानी भर गया है ।बताया जा रहा है कि गंगापुर बांध से पानी छोड़ा गया है, जिसके बाद इलाक़ों
में पानी भर गया है. खबर यह भी है कि सायखेड़ तहसील के कई गांवों का शहर से
संपर्क भी टूट गया है. हालात पर काबू पाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है
और 300 जवानों को राहत बचाव कार्य में लगाया गया है |

No comments:
Write comments