अमेरिकी सेक्रेट्री ऑफ़ स्टेट जॉन केरी पीएम मोदी, सुषमा स्वराज से मिले
जॉन केरी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले और उनके साथ भारत और अमेरिका के बीच सामरिक संबंधों में हुई प्रगति पर चर्चा की। सोमवार को दो दिवसीय यात्रा पर भारत आये जॉन केरी मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिले। दोनों विदेश मंत्रियों ने दूसरे भारत-अमेरिका सामरिक और व्यापारिक सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की और दोनों देशों के बीच संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच पिछले दो वर्षों में सामरिक और आर्थिक संबंधों में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और कहा इससे दोनों देशों के बीच सहयोग के नए रास्ते खुल गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ रविवार को चीन में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भेंट की राह देख रहे हैं। सेक्रेट्री केरी बुधवार को सवेरे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गए और वहां छात्रों को सम्बोधित किया। वह बुधवार को भी बारिश के कारण दिल्ली के ट्रैफिक में फंसे और आईआईटी लगभग डेढ़ घंटे विलम्ब से पहुंचे। चुटकी लेते हुए उन्होंने छात्रों से पूछा क्या वह वहां किश्तियों में आये हैं ? उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें इस बारिश में वहां तक आने के लिए पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह नहीं मालूम कि वह वहां किश्तियों में आये थे या पानी पर तैरती हुई गाड़ियों में। उन्होंने छात्रों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वह इस बारिश में आने के लिए उनका अभिनंदन करते हैं। छात्रों को संबोधित करते हुए जॉन केरी ने कहा दक्षिण चीन सागर विवाद का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता। उन्होंने चीन और फिलीपींस से दक्षिण चीन सागर पर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के आदेशों का पालन करने पर ज़ोर दिया और कहा कि इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण का आदेश सर्वोपरि है। एक प्रश्न के उत्तर में कि क्या इसका कोई सैन्य समाधान है सेक्रेट्री केरी ने कहा वह ''विवाद की अग्नि'' को बढ़ाना नहीं चाहते। वह सभी से इस विवाद को शांतिपूर्वक सुलझाने की सलाह देते हैं। उन्होंने कहा अमेरिका इस विवाद को सुलझाने के लिए केवल कूटनीतिक तरीके ही अपनाना चाहता है। उन्होंने कहा अमेरिका अपने साथियों और सहयोगियों के साथ, विशेषकर वह जिनके साथ अमेरिका की कोई सैनिक संधि है, कंधे से कन्धा मिलाकर खड़ा रहेगा। विदेश मंत्री जॉन कैरी ने सुषमा स्वराज की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि सुषमा को भारत और यहां के लोगों की पैरोकारी करने में महारत हासिल है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पर सुषमा हमेशा अपने विश्वास पर कायम रही हैं. केरी ने सुषमा स्वराज के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बातें कहीं. इस दौरान केरी ने उनको कई बार सुषमा कहकर संबोधित किया. कैरी ने उनके ''गंभीर विमर्श और साझेदारी के लिए'' आभार प्रकट किया.
जॉन केरी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले और उनके साथ भारत और अमेरिका के बीच सामरिक संबंधों में हुई प्रगति पर चर्चा की। सोमवार को दो दिवसीय यात्रा पर भारत आये जॉन केरी मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिले। दोनों विदेश मंत्रियों ने दूसरे भारत-अमेरिका सामरिक और व्यापारिक सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की और दोनों देशों के बीच संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच पिछले दो वर्षों में सामरिक और आर्थिक संबंधों में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और कहा इससे दोनों देशों के बीच सहयोग के नए रास्ते खुल गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ रविवार को चीन में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भेंट की राह देख रहे हैं। सेक्रेट्री केरी बुधवार को सवेरे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गए और वहां छात्रों को सम्बोधित किया। वह बुधवार को भी बारिश के कारण दिल्ली के ट्रैफिक में फंसे और आईआईटी लगभग डेढ़ घंटे विलम्ब से पहुंचे। चुटकी लेते हुए उन्होंने छात्रों से पूछा क्या वह वहां किश्तियों में आये हैं ? उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें इस बारिश में वहां तक आने के लिए पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह नहीं मालूम कि वह वहां किश्तियों में आये थे या पानी पर तैरती हुई गाड़ियों में। उन्होंने छात्रों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वह इस बारिश में आने के लिए उनका अभिनंदन करते हैं। छात्रों को संबोधित करते हुए जॉन केरी ने कहा दक्षिण चीन सागर विवाद का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता। उन्होंने चीन और फिलीपींस से दक्षिण चीन सागर पर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के आदेशों का पालन करने पर ज़ोर दिया और कहा कि इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण का आदेश सर्वोपरि है। एक प्रश्न के उत्तर में कि क्या इसका कोई सैन्य समाधान है सेक्रेट्री केरी ने कहा वह ''विवाद की अग्नि'' को बढ़ाना नहीं चाहते। वह सभी से इस विवाद को शांतिपूर्वक सुलझाने की सलाह देते हैं। उन्होंने कहा अमेरिका इस विवाद को सुलझाने के लिए केवल कूटनीतिक तरीके ही अपनाना चाहता है। उन्होंने कहा अमेरिका अपने साथियों और सहयोगियों के साथ, विशेषकर वह जिनके साथ अमेरिका की कोई सैनिक संधि है, कंधे से कन्धा मिलाकर खड़ा रहेगा। विदेश मंत्री जॉन कैरी ने सुषमा स्वराज की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि सुषमा को भारत और यहां के लोगों की पैरोकारी करने में महारत हासिल है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पर सुषमा हमेशा अपने विश्वास पर कायम रही हैं. केरी ने सुषमा स्वराज के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बातें कहीं. इस दौरान केरी ने उनको कई बार सुषमा कहकर संबोधित किया. कैरी ने उनके ''गंभीर विमर्श और साझेदारी के लिए'' आभार प्रकट किया.

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