PM पहुंचे गोरखपुर, गवर्नर और सीएम ने की अगवानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरु गोरखनाथ की धरती गोरखपुर पहुंच गये हैं। हवाई अड्डे पर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी अगवानी की। प्रधानमंत्री आज यहां एम्स और खाद के कारखाने का शिलान्यास करेंगे। इसके पूर्व वह गोरखनाथ मंदिर में महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण कर साधु-संतों से संवाद करेंगे।मोदी की आगवानी के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हवाई अड्डे से ही राजधानी लखनऊ के लिए रवाना हो गये, जबकि राज्यपाल प्रधानमंत्री के पूरे कार्यक्रम तक यहां रहेंगे। राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रुप में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी मोदी के साथ पूरे समय यहां उपस्थित रहेंगे। लोगों का मानना है कि शिलान्यास स्थल पर असहज स्थितियों से बचने के लिए मुख्यमंत्री कार्यक्रम से दूर रहना चाहते हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री का स्वागत करने के बाद वह यहां से वापस चले गये। मोदी आज यहां एक रैली को भी सम्बोधित करेंगे। हालाँकि सुबह से हो रही बारिश से इन कार्यक्रमों के फीका रहने की आशंका है। रैली स्थल पर भी पानी भरने की आशंका बढ़ गई है।इन्सेफेलाइटिस पूर्वांचल में कहर बरपाने वाली बीमारी है। इसे दिमागी बुखार भी कहा जाता है। पूर्वांचल के गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर के अलावा बिहार के भी कई जिले में यह जानलेवा बीमारी पिछले कई दशकों से कहर ढाये हुए है। क्षेत्रीय लोगों की माने तो 1970 से अब तक करीब 32 हजार बच्चों की इससे मौत हो चुकी है।दिमागी बुखार को रोकने में वैसे तो शासन ने कई फार्मूले लगाए, लेकिन कोई काम नहीं आया। इससे निजात पाने के लिए क्षेत्र के लोग वर्षों से यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की मांग कर रहे थे। इसके लिए शहीद स्मारक चैरीचैरा से नई दिल्ली तक पदयात्रा भी निकाली गयी थी। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित एम्स की आधारशिला रखने से लोगों में एक नई उम्मीद जगी है। लोगों को लग रहा है कि इस संस्थान के बनने से बच्चों की जान बच जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरु गोरखनाथ की धरती गोरखपुर पहुंच गये हैं। हवाई अड्डे पर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी अगवानी की। प्रधानमंत्री आज यहां एम्स और खाद के कारखाने का शिलान्यास करेंगे। इसके पूर्व वह गोरखनाथ मंदिर में महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण कर साधु-संतों से संवाद करेंगे।मोदी की आगवानी के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हवाई अड्डे से ही राजधानी लखनऊ के लिए रवाना हो गये, जबकि राज्यपाल प्रधानमंत्री के पूरे कार्यक्रम तक यहां रहेंगे। राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रुप में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी मोदी के साथ पूरे समय यहां उपस्थित रहेंगे। लोगों का मानना है कि शिलान्यास स्थल पर असहज स्थितियों से बचने के लिए मुख्यमंत्री कार्यक्रम से दूर रहना चाहते हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री का स्वागत करने के बाद वह यहां से वापस चले गये। मोदी आज यहां एक रैली को भी सम्बोधित करेंगे। हालाँकि सुबह से हो रही बारिश से इन कार्यक्रमों के फीका रहने की आशंका है। रैली स्थल पर भी पानी भरने की आशंका बढ़ गई है।इन्सेफेलाइटिस पूर्वांचल में कहर बरपाने वाली बीमारी है। इसे दिमागी बुखार भी कहा जाता है। पूर्वांचल के गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर के अलावा बिहार के भी कई जिले में यह जानलेवा बीमारी पिछले कई दशकों से कहर ढाये हुए है। क्षेत्रीय लोगों की माने तो 1970 से अब तक करीब 32 हजार बच्चों की इससे मौत हो चुकी है।दिमागी बुखार को रोकने में वैसे तो शासन ने कई फार्मूले लगाए, लेकिन कोई काम नहीं आया। इससे निजात पाने के लिए क्षेत्र के लोग वर्षों से यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की मांग कर रहे थे। इसके लिए शहीद स्मारक चैरीचैरा से नई दिल्ली तक पदयात्रा भी निकाली गयी थी। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित एम्स की आधारशिला रखने से लोगों में एक नई उम्मीद जगी है। लोगों को लग रहा है कि इस संस्थान के बनने से बच्चों की जान बच जाएगी।
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