KASHMIR में तीसरे दिन भी तनाव, मरने वालों की संख्या 23 हुई,SONIA GANDHI ने जताया दुख
हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में पैदा हुई तनावपूर्ण स्थिति तीसरे दिन सोमवार को भी बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है जबकि घायलों की संख्या तीन सौ से अधिक हो गई है। तनाव के बाद श्रीनगर में 11 जगहों पर कर्फ्यू है, जहां बारह सौ अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर रोक जारी है।इससे पहले रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के हालातों पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में गृह सचिव, संयुक्त सचिव (कश्मीर डिवीजन), आईबी चीफ और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कैबिनेट की बैठक बुलाई और हालातों की समीक्षा की। गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी उन्होंने फोन पर बात की।हालात पर काबू पाने के लिए राज्य की अपील पर केंद्र ने सीआरपीएफ़ की 20 और टीमों को भेजा गया है। पहले से ही 60 टीमें वहां मौजूद हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह पुलवामा के नेवा में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 18 साल का इरफान अहमद मलिक गंभीर रूप से घायल हो गया था। उन्होंने कहा कि इरफान को यहां एसएमएचएस अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। एक अज्ञात शख्स को भी गंभीर हालत में जिला अस्पताल पुलवामा ले जाया गया लेकिन उसकी मृत्यु हो गई। अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग जिले के संगम में भीड़ ने एक चल बंकर वाहन को झेलम नदी में धकेल दिया जिससे उसमें सवार पुलिस चालक फिरोज अहमद की मौत हो गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कश्मीर हिंसा पर दुख जताते हुए कहा कि आतंकवाद का सामना दृढ़ता और पूरी ताकत के साथ करना होगा।सेना के साथ मुठभेड़ में हिजबुल आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद भड़की हिंसा तीन दिन से जारी है। सूत्रों के अनुसार कश्मीर में हिंसा के कारण अब तक 23 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि बेहद दुख की बात है कि कश्मीर घाटी में कुछ दिनों से कई निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर कोई समझौता नहीं हो सकता।
हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में पैदा हुई तनावपूर्ण स्थिति तीसरे दिन सोमवार को भी बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है जबकि घायलों की संख्या तीन सौ से अधिक हो गई है। तनाव के बाद श्रीनगर में 11 जगहों पर कर्फ्यू है, जहां बारह सौ अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर रोक जारी है।इससे पहले रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के हालातों पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में गृह सचिव, संयुक्त सचिव (कश्मीर डिवीजन), आईबी चीफ और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कैबिनेट की बैठक बुलाई और हालातों की समीक्षा की। गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी उन्होंने फोन पर बात की।हालात पर काबू पाने के लिए राज्य की अपील पर केंद्र ने सीआरपीएफ़ की 20 और टीमों को भेजा गया है। पहले से ही 60 टीमें वहां मौजूद हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह पुलवामा के नेवा में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 18 साल का इरफान अहमद मलिक गंभीर रूप से घायल हो गया था। उन्होंने कहा कि इरफान को यहां एसएमएचएस अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। एक अज्ञात शख्स को भी गंभीर हालत में जिला अस्पताल पुलवामा ले जाया गया लेकिन उसकी मृत्यु हो गई। अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग जिले के संगम में भीड़ ने एक चल बंकर वाहन को झेलम नदी में धकेल दिया जिससे उसमें सवार पुलिस चालक फिरोज अहमद की मौत हो गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कश्मीर हिंसा पर दुख जताते हुए कहा कि आतंकवाद का सामना दृढ़ता और पूरी ताकत के साथ करना होगा।सेना के साथ मुठभेड़ में हिजबुल आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद भड़की हिंसा तीन दिन से जारी है। सूत्रों के अनुसार कश्मीर में हिंसा के कारण अब तक 23 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि बेहद दुख की बात है कि कश्मीर घाटी में कुछ दिनों से कई निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर कोई समझौता नहीं हो सकता।

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