Monday, 18 July 2016

विद्यासागर महाराज का भोपाल में हुआ मंगल प्रवेश,CM SHIVRAJ SINGH CHOUHAN ने की अगवानी

विद्यासागर महाराज का भोपाल में हुआ मंगल प्रवेश,CM SHIVRAJ SINGH CHOUHAN ने की अगवानी 

जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज का आज भोपाल में मंगल प्रवेश हुआ। आचार्य जी हबीबगंज जैन मंदिर में चातुर्मास करेंगे। मुख्यमंत्री, मंत्रियों, महापौर, विधायक सहित हजारों श्रद्धालुओं ने इस दौरान आचार्यश्री की अगवानी की। इस अवसर पर पूरा क्षेत्र नमोस्तु-नमोस्तु से गूंज उठा। भीड़ को देखते हुए पुलिस को ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा। आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज की अगवानी करने के लिए सुबह से ही लोग भानपुर पहुंचने लगे थे। आचार्य श्री के ससंघ पद विहार में करीब 20 हजार श्रद्धालु शामिल हुए। गुरुदेव के जयकारों से पूरा भोपाल गूंज उठा है। अगवानी करने के लिए कई अखाड़े और बैंड आए हुए थे।आचार्यश्री के एमपीनगर पहुंचते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उमाशंकर गुप्ता, जयंत मलैया, महापौर आलोक शर्मा ने आचार्य श्री की अगवानी की। मुख्यमंत्री ने आचार्य के पदप्रक्षाल किया। आचार्य श्री ससंघ हबीबगंज पहुंचे। इस अवसर पर सीएम ने कहाकि दुनिया में कहां जाना, सिर्फ गुरुवर के चरणों में ही ठिकाना है। उन्होंने कहाकि विधानसभा में कर्तव्य निभाने जाना होता है। आचार्य श्री के आने से भोपाल पवित्र हो गया है। आचार्य श्री ने सीएम चौहान से कहाकि वे समय से बंधे हुए हैं और हम नियम से। नियम हमारी घड़ी है। आचार्य श्री ने कहा कि शिवराज अच्छा कार्य करेंगे, तो उन्हें जनता का वोट मिलेगा। सबका कल्याण करने वाला शिव राज होता है। ये सोचकर ही उनकी मां ने नाम शिवराज रखा होगा।आचार्य श्री ने प्रवचन के दौरान सवरी का प्रसंग बताते हुए कहाकि सवरी भगवान राम को मन ही मन में स्मरण करती थी। हमें भी भगवान से इसी तरह स्मरण करना चाहिए।चातुर्मास समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कल 19 जुलाई को सुबह 7.45 पर सुभाष नगर स्कूल के मैदान में गुरुपूर्णिमा के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमें राजधानी सहित देशभर से लोग आचार्य श्री की गुरुवंदना करने आएंगे।करीब 70 वर्षीय आचार्य विद्यासागर ने 25 जून को कुंडलपुर से ससंघ पदविहार शुरू किया था। 17 जुलाई को करीब 300 किलोमीटर का सफर पूरा करते हुए उन्होंने राजधानी में प्रवेश किया। सागर से संतश्री के साथ चल रहे ब्रम्हचारी अंकुर ने बताया कि आचार्य श्री सुबह 5:30 बजे से सुबह 8:30 बजे तक पदविहार करते हैं। इसके बाद आहारचर्या होती है।दोपहर में वह 2 बजे पदविहार के लिए निकलते है। पदविहार शाम 5:30 बजे तक चलता है। वह 24 घंटे में एक ही बार आहार चर्या करते है। उसमें नमक, मीठा, दूध, ड्राय फ्रूट्स, हरी सब्जी आदि नहीं लेते। वह सिर्फ मूंग की दाल और रोटी का सेवन करते हैं और अहार लेते समय एक ही बार जल ग्रहण करते हैं।

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