भारत और तंजानिया के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर
भारत और तंजानिया के बीच रविवार को आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रों में पांच अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसमें जांजीबार में जल आपूर्ति परियोजना के लिए तंजानिया को 9.2 करोड़ डॉलर की सहायता देना, जल संसाधन प्रबंधन एवं विकास पर समझौता, जांजीबार में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने पर समझौता, भारत के राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम और लघु उद्योग विकास संगठन तंजानिया के बीच समझौता, राजनयिक एवं सरकारी पासपोर्ट धारक के लिए वीजा छूट पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर शामिल है।दार-एस-सलाम में तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मागुफुली और प्रधानमंत्री कासिम मजालिवा के प्रतिनिधिमंडल के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद साझा बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तंजानिया भारत का बेहद अहम भागीदार है। भारत ने जांजीबार में जल आपूर्ति परियोजना के लिए तंजानिया को 9.2 करोड़ डॉलर की सहायता की पेशकश की है। उन्होंने बताया कि बैठक में कृषि एवं खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने पर सहमति बनी है। इसमें भारत में तंजानिया से दाल का आयात को बढ़ाना शामिल है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ाना, तंजानिया में औद्योगिक अर्थव्यवस्था, क्षमता और संस्थानों के निर्माण में भागीदारी बढ़ाना और उद्योग संबंधों को अधिक से अधिक बढ़ावा देकर व्यापार और निवेश साझेदारी को गहरा करने की आवश्यकता पर सहमति बनी है।जनस्वास्थ्य को आपसी रिश्तों को आगे बढ़ाने का एक और अहम क्षेत्र बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तंजानिया सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं की प्राथमिकता को पूरा करने के लिए भारत तैयार हैं। इनमें दवाओं और मशीनों की आपूर्ती करना भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हे बताया गया है कि बुगन्दो मेडिकल सेंटर में कैंसर से पीड़ित मरीजों का इलाज करने के लिए एक भारतीय रेडियो थेरेपी मशीन लगाई जा रही है। इसके अलावा शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास के क्षेत्र में भी भारत तंजानिया को हर संभव मदद देने के लिए तत्पर है।
हिंद महासागर में तंजानिया को एक खास पड़ोसी बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मागुफुली और उन्होंने समुद्री क्षेत्र में रक्षा एवं सुरक्षा को गहरा करने पर सहमति जताई है। आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन को दोनों देशों के लिए बड़ा खतरा बताते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में तंजानिया और भारत के बीच आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन की दोहरी खतरों का मुकाबला करने के लिए द्विपक्षीय , क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर मिलकर काम करने पर आपसी सहमति बनी है।तंजानिया दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीका देशों से आईं सोलर ममाज' के नाम से मशहूर ग्रामीण इलाकों की महिला सोलर इंजीनियर्स से मुलकात की। इन महिलाओं को भारत सरकार के एक कार्यक्रम के तहत राजस्थान के अजमेर के पास तिलोनिया में बेयरफुट कॉलेज से अथवा अफ्रीका में स्थित इसके विभिन्न सेंटरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन महिलाओं को सोलर लालटेन और सौर ऊर्जा से चलने वाले लाइट सिस्टम के रखरखाव, इस्तेमाल, मरम्मत के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसके बाद एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने 50 हजार अप्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी अपनी अफ्रीकी देशों की यात्रा के आखिरी चरण में केन्या के लिए रवाना हो चुके हैं।
भारत और तंजानिया के बीच रविवार को आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रों में पांच अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसमें जांजीबार में जल आपूर्ति परियोजना के लिए तंजानिया को 9.2 करोड़ डॉलर की सहायता देना, जल संसाधन प्रबंधन एवं विकास पर समझौता, जांजीबार में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने पर समझौता, भारत के राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम और लघु उद्योग विकास संगठन तंजानिया के बीच समझौता, राजनयिक एवं सरकारी पासपोर्ट धारक के लिए वीजा छूट पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर शामिल है।दार-एस-सलाम में तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मागुफुली और प्रधानमंत्री कासिम मजालिवा के प्रतिनिधिमंडल के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद साझा बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तंजानिया भारत का बेहद अहम भागीदार है। भारत ने जांजीबार में जल आपूर्ति परियोजना के लिए तंजानिया को 9.2 करोड़ डॉलर की सहायता की पेशकश की है। उन्होंने बताया कि बैठक में कृषि एवं खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने पर सहमति बनी है। इसमें भारत में तंजानिया से दाल का आयात को बढ़ाना शामिल है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ाना, तंजानिया में औद्योगिक अर्थव्यवस्था, क्षमता और संस्थानों के निर्माण में भागीदारी बढ़ाना और उद्योग संबंधों को अधिक से अधिक बढ़ावा देकर व्यापार और निवेश साझेदारी को गहरा करने की आवश्यकता पर सहमति बनी है।जनस्वास्थ्य को आपसी रिश्तों को आगे बढ़ाने का एक और अहम क्षेत्र बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तंजानिया सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं की प्राथमिकता को पूरा करने के लिए भारत तैयार हैं। इनमें दवाओं और मशीनों की आपूर्ती करना भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हे बताया गया है कि बुगन्दो मेडिकल सेंटर में कैंसर से पीड़ित मरीजों का इलाज करने के लिए एक भारतीय रेडियो थेरेपी मशीन लगाई जा रही है। इसके अलावा शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास के क्षेत्र में भी भारत तंजानिया को हर संभव मदद देने के लिए तत्पर है।
हिंद महासागर में तंजानिया को एक खास पड़ोसी बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मागुफुली और उन्होंने समुद्री क्षेत्र में रक्षा एवं सुरक्षा को गहरा करने पर सहमति जताई है। आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन को दोनों देशों के लिए बड़ा खतरा बताते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में तंजानिया और भारत के बीच आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन की दोहरी खतरों का मुकाबला करने के लिए द्विपक्षीय , क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर मिलकर काम करने पर आपसी सहमति बनी है।तंजानिया दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीका देशों से आईं सोलर ममाज' के नाम से मशहूर ग्रामीण इलाकों की महिला सोलर इंजीनियर्स से मुलकात की। इन महिलाओं को भारत सरकार के एक कार्यक्रम के तहत राजस्थान के अजमेर के पास तिलोनिया में बेयरफुट कॉलेज से अथवा अफ्रीका में स्थित इसके विभिन्न सेंटरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन महिलाओं को सोलर लालटेन और सौर ऊर्जा से चलने वाले लाइट सिस्टम के रखरखाव, इस्तेमाल, मरम्मत के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसके बाद एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने 50 हजार अप्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी अपनी अफ्रीकी देशों की यात्रा के आखिरी चरण में केन्या के लिए रवाना हो चुके हैं।
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