क्या
इमरान ट्रंप का विश्वास जीतेंगे,
पाकिस्तान
के प्रतीक्षारत प्रधानमंत्री (पीएम इन वेटिंग) इमरान खान ने कहा है कि उनकी सरकार
अमेरिका के साथ कहीं अधिक ‘‘संतुलित एवं विश्वासनीय’’ संबंध बनायेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के
बीच विश्वास की कमी के चलते द्विपक्षीय संबंधों में कई उतार-चढ़ाव दिखे।
अमेरिका
के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान पर आरोप मढ़ने के बाद इस साल जनवरी
से पाकिस्तान एवं अमेरिका के संबंधों में बड़ी गिरावट देखी गई। ट्रंप ने कहा था कि
पाकिस्तान ने अमेरिका को कुछ नहीं दिया बल्कि उसने ‘हमें
मूर्ख बनाया और धोखा दिया’ और आतंकवादियों को पनाह दी।
अमेरिकी
कांग्रेस ने पाकिस्तान को दी जाने वाली रक्षा सहायता कम कर इसे 15 करोड़ डॉलर करने के लिये एक विधेयक भी पारित
किया, जो कि हर साल एक अरब डॉलर से अधिक के
ऐतिहासिक स्तर से काफी कम था।
पाकिस्तान
में अमेरिका के कार्यवाहक राजदूत जॉन एफ हूवर से अपने बानीगाला स्थित आवास पर बात
करते हुए खान ने कहा कि पाकिस्तान एवं अमेरिका के बीच कूटनीतिक संबंधों में नई जान
फूंकने और दोनों देशों के लाभ के लिये संबंधों में बदलाव लाने की जरूरत है।
खान
के हवाले से ‘डॉन’ ने
लिखा, ‘‘हमारी सरकार अमेरिका के साथ संबंध को
और अधिक संतुलित एवं विश्वसनीय बनाने की दिशा में काम करेगी। हमारा मानना है कि
अमेरिका के साथ कारोबारी एवं आर्थिक संबंध बेहद अहम हैं।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एवं अमेरिका ने अपने
रिश्ते में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं जो दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी का नतीजा
है।
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