समाजवाद, परिवारवाद व गुंडावाद को बढ़ावा देना नहीं : योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के समाजवादी विचारों की सराहना की और समाजवाद के नाम पर फैलाए जा रहे जातिवाद और गुंडावाद को बेनकाब करने का आह्वान किया। योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनकी 11 वी पुण्यतिथि पर पुस्तक संसद में दो टूक का विमोचन किया। पुस्तक चंद्रशेखर ट्रस्ट की ओर से प्रकाशित की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 11वीं पुण्यतिथि पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए समाजवाद ने नाम पर फैलाए जा रहे परिवारवाद और गुंडावाद को बेनकाब कराने का आह्वान किया। विधान भवन में विधानसभा के सेंट्रल हाल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर, संसद में दो टूक-भाग दो' पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक संसद में चंद्रशेखर के भाषणों का संग्रह है। चंद्रशेखर के विचारों पर चर्चा करते हुए योगी ने उनके स्वदेश प्रेम व गोहत्या विरोधी होने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर ने मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं किया। उनके जीवन में एक अजीब सा फक्कड़पन था। वह पर्सनल लॉ और कॉमन सिविल कोड के खिलाफ नहीं थे। योगी आदित्यनाथ ने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ और चंद्रशेखर से जुड़े कुछ संस्मरण भी सुनाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के समाजवादी विचारों की सराहना की और समाजवाद के नाम पर फैलाए जा रहे जातिवाद और गुंडावाद को बेनकाब करने का आह्वान किया। योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनकी 11 वी पुण्यतिथि पर पुस्तक संसद में दो टूक का विमोचन किया। पुस्तक चंद्रशेखर ट्रस्ट की ओर से प्रकाशित की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की 11वीं पुण्यतिथि पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए समाजवाद ने नाम पर फैलाए जा रहे परिवारवाद और गुंडावाद को बेनकाब कराने का आह्वान किया। विधान भवन में विधानसभा के सेंट्रल हाल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर, संसद में दो टूक-भाग दो' पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक संसद में चंद्रशेखर के भाषणों का संग्रह है। चंद्रशेखर के विचारों पर चर्चा करते हुए योगी ने उनके स्वदेश प्रेम व गोहत्या विरोधी होने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर ने मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं किया। उनके जीवन में एक अजीब सा फक्कड़पन था। वह पर्सनल लॉ और कॉमन सिविल कोड के खिलाफ नहीं थे। योगी आदित्यनाथ ने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ और चंद्रशेखर से जुड़े कुछ संस्मरण भी सुनाए।
No comments:
Write comments