सुषमा
स्वराज ने दक्षिण अफ्रीका में गांधी और मंडेला को शांति की बुनियाद बताया
विदेश
मंत्री सुषमा स्वराज दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं। उन्होंने पीटरमारित्जबर्ग में
कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका समृद्ध संस्कृति और विरासत को साझा करते हैं। इन
दोनों ही देशों के संबंध समय की कसौटी पर हमेशा ही खरे उतरे हैं। दोनों ही देश साथ
मिलकर आगे बढ़ सकते हैं।
उन्होंने
कहा कि 25 वर्ष
पूर्व नेल्सन मंडेला ने पीटरमारित्जबर्ग में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण
किया था। उस वक्त मंडेला ने कहा था कि यह उनके लिए सम्मान की बात है कि उनको महात्मा
गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर मिला है। महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला,
दोनों ने हर
किसी को उम्मीद दी थी। उन्होंने लोगों को संदेश दिया था कि त्याग, समर्पण, सत्य और मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।
सुषमा
स्वराज ने कहा कि,''सत्य
की अथक तलाश से ही शांति की बुनियाद पड़ी है और हमें इसे नहीं भूलना चाहिए। सत्य
और अहिंसा को विभाजित नहीं किया जा सकता है। जब हम दुनिया के कुछ मुल्कों में
अशांति देखते है तो हम हमेशा पाते हैं कि सबसे पहला शिकार सत्य हुआ है।'
उन्होंने
कहा कि, ''गुरुवार
को हम अपने सबसे महान प्रवासी की यादों को सेलिब्रेट करेंगे जो यहां एक युवा वकील
के तौर पर आए और अपने समय के सबसे बड़े लीडर्स में से एक बने। जाने वाले 15वें प्रवासी भारतीय दिवस का भी जिक्र
किया। मैं महात्मा गांधी का जिक्र कर रही हूं। दक्षिण अफ्रीका ही वह जगह है जहां
सत्याग्रह का जन्म हुआ।''
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