भारतीय
रेल देश को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम : मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय रेल देश को एक करती है। रेल मंत्री
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि इन्दौर से कलकत्ता के बीच चलने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस
को प्रतिदिन चलाने की कार्रवाई की जायेगी। ट्रेन में पेन्ट्री की व्यवस्था भी
रहेगी। मुख्यमंत्री और रेल मंत्री विधानसभा के सभागार में 63वें रेल सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय
पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में रेल मंत्रालय के उत्कृष्ट
कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में रेल राज्यमंत्री श्री मनोज
सिन्हा और सांसद श्री आलोक संजर भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री
श्री चौहान ने कहा कि रेल के सफर के आनंद की किसी और साधन से किये गये सफर से
तुलना नहीं की जा सकती। यात्रा के दौरान भोजन का आनंद ही निराला होता है। रेल की
यात्रा देश की धड़कन का अहसास करवाती है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जनता की
भागीदारी से योजनाओं का निर्माण किया जाता है। वृद्धजन पंचायत के निर्णय के पालन
में तीर्थ-दर्शन योजना संचालित की गई है। योजना में 60 वर्ष के अधिक उम्र के वृद्धजन रेल
द्वारा तीर्थ-स्थलों का दर्शन करते हैं। उन्होंने श्रद्धालु यात्रियों के अनुभवों
का उल्लेख करते हुए रेल व्यवस्थाओं की सराहना की और कहा कि रेलवे को दुनिया की
सर्वश्रेष्ठ रेलवे बनाने के लिये समर्पित और संकल्पित होने की जरूरत है। श्री
चौहान ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने रेल बजट में मध्यप्रदेश के लिये 6 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान करने के
लिये आभार माना।
रेल
मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेल की व्यवस्थाएँ स्वच्छ, सुरक्षित और समयबद्ध हों। जल-पान की
व्यवस्था स्वच्छ और स्वादिष्ट हो, उनका स्तर विश्व-स्तरीय हो। इस लक्ष्य के साथ
आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि रेल सप्ताह का आयोजन नई महत्वांकक्षाओं, बेहतर कार्य और ऊँचे लक्ष्य निर्धारण
का अवसर है। भारतीय रेल को नया रूप देने का जो कार्य वर्ष 2014 से प्रारंभ हुआ है, उसे पूरा करने के लिये ईमानदारी,
लगन और
आत्म-सम्मान के भाव के साथ मिलकर काम करना होगा। इसकी क्षमता और दक्षता भारतीय रेल
के 13
लाख सदस्यों में हैं। उन्होंने कहा कि पुरस्कार रेल की सेवाओं में बेहतर योगदान
देने और अच्छी सेवा देने के लिये दिये जा रहे हैं। इन पुरस्कारों में जिनके नाम
विजेताओं में नहीं, उनका
भी योगदान है। उनके भी योगदान को पुरस्कार के रूप में मान्य किया गया है। उन्होंने
विजेताओं को बधाई दी।
रेलवे
बोर्ड के अध्यक्ष श्री अश्विनी लोहानी ने मुख्यमंत्री का शॉल-श्रीफल और
स्मृति-चिन्ह से सम्मान किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय रेल सप्ताह के दौरान
कार्यक्रमों की फिल्म और विजेताओं के कार्य का विवरण प्रस्तुत किया गया। संचालन
रेलवे बोर्ड के सचिव श्री रंजनेश सहाय ने किया।
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