डोकलाम
जैसे हालात से बचने के लिए मोदी-जिनपिंग सेनाओं को निर्देश देंगे
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता
शनिवार को संपन्न हो गई। भविष्य में डोकलाम जैसे हालात से बचने के लिए दोनों ने
अपनी-अपनी सेनाओं को रणनीतिक निर्देश देने का फैसला किया। विश्वास बढ़ाने के लिए
दोनों सेनाओं के बीच संचार मजबूत किया जाएगा। मोदी ने कहा कि उनकी वार्ता भारत-चीन
के बीच व्यापक सहयोग पर केंद्रित रही। वार्ता के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने
बताया कि दोनों नेताओं ने भारत-चीन सीमा पर शांति कायम रखने पर जोर दिया। इस बात पर
सहमति हुई कि दोनों पक्ष शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए परिपक्वता और समझदारी से आपसी
मतभेद निपटाएंगे। सीमा विवाद के समाधान के लिए दोनों देशों ने विशेष प्रतिनिधि
नियुक्त किए हैं। सीमा विवाद सुलझाने के लिए दोनों पक्ष 20 दौर की वार्ताएं कर चुके हैं। दोनों ने आतंकवाद
को साझा खतरा बताते हुए इसके खिलाफ सहयोग बढ़ाने पर प्रतिबद्धता जताई। हालांकि, आतंकी मसूद अजहर के बारे में पूछने पर उन्होंने
कहा कि आतंकवाद पर ज्यादा गहराई से चर्चा नहीं हुई। दोनों के बीच इस बात पर भी
सहमति बनी कि आगे भी ऐसे संवाद होने चाहिए। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में डोकलाम
मुद्दे पर बात नहीं हुई।
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