पुस्तक "रतौना आंदोलन हिन्दू-मुस्लिम एकता
का सेतुबंध" का विमोचन मंत्री डॉ. मिश्र ने किया
जनसम्पर्क, जल संसाधन एवं
संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्त्तम मिश्र आज समन्वय भवन में पं. माखनलाल चतुर्वेदी
की जयंती पर आयोजित व्याख्यान में शामिल हुए। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय
पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इस व्याख्यान में प्रो. कुलदीप चंद्र
अग्निहोत्री ने कश्मीर समस्या और समाधान विषय पर विशेष व्याख्यान दिया।
डॉ. मिश्र ने विश्वविद्यालय द्वारा पं. माखनलाल
चतुर्वेदी के पत्रकार स्वरूप को उकेरने वाली पुस्तक 'रतौना आंदोलन :
हिन्दू-मुस्लिम एकता का सेतुबंध' का विमोचन किया। पुस्तक का लेखन
विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव श्री लाजपत आहूजा ने किया है। पुस्तक में ब्रिटिश
सरकार द्वारा सागर जिले के रतौना में पशु वध गृह प्रारंभ किए जाने के विरोध में
पं. माखनलाल चतुर्वेदी लेखन का विस्तृत ब्यौरा है। पशु वध गृह प्रारंभ न किए जाने
के अभियान में सागर के मूर्धन्य पत्रकार भाई अब्दुल गनी ने भी महत्वपूर्ण योगदान
दिया था। जनसम्पर्क मंत्री डॉ. मिश्र ने स्वतंत्रता के पूर्व घटित इस प्रसंग को
पत्रकारिता की एक महत्वपूर्ण विजय के रूप में प्रतिपादित करने वाली पुस्तक के
प्रकाशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि पं. माखनलाल चतुर्वेदी के साहित्यिक पक्ष
के बारे में आम पाठक काफी जानते हैं, लेकिन उनके पत्रकारिता के क्षेत्र में
किए इस महत्वपूर्ण कार्य की जानकारी बहुत कम लोगों को है। जनसम्पर्क मंत्री ने आशा
व्यक्त की कि विश्वविद्यालय ऐसे अनछुए पहलुओं और सामाजिक सद्भाव बढ़ाने वाली घटनाओं
को जनसामान्य के सामने लाने के लिए उपयोगी प्रकाशन जारी रखेगा।
जनसम्पर्क मंत्री ने मुख्य वक्ता हिमाचल प्रदेश
केन्द्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला के कुलपति प्रो. कुलदीप चंद्र
अग्निहोत्री का स्वागत किया। डॉ. मिश्र ने कहा कि प्रो. अग्निहोत्री द्वारा कश्मीर
की समस्या और समाधान विषय पर प्रस्तुत उद्बोधन शोध-परक और ज्ञानवर्धक है।
जनसम्पर्क मंत्री ने प्रो. अग्निहोत्री द्वारा इस विषय पर ऐतिहासिक तथ्यों के साथ
प्रस्तुत जानकारी को पत्रकारिता के विद्यार्थियों और सभी वर्ग के लिए उपयोगी
बताया।
कार्यक्रम में कुलपति श्री जगदीश उपासने सहित
अन्य अधिकारी, प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के न्यूज लेटर का भी विमोचन किया गया।
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