Jet Airways में हिस्सेदारी बेचने की कोई योजना
नहीं
एतिहाद एयरवेज ने इन रिपोर्टों का खंडन किया है
कि वह जेट एयरवेज में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। खाड़ी की विमानन कंपनी ने
जेट एयरवेज को अपनी मूल्यवान भागीदार बताया है। विमानन क्षेत्र के शोध संस्थान
कापा (सीएपीए) ने कहा था कि एतिहाद अगले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक जेट एयरवेज
से बाहर निकल सकती है।
एतिहाद के प्रवक्ता ने कहा कि कापा की रिपोर्ट
में जो दावा किया गया है वह पूरी तरह गलत है। जेट एयरवेज हमारे लिए मूल्यवान
भागीदार है, और हमारा अपनी हिस्सेदारी बेचने का इरादा नहीं
है। एतिहाद ने जेट एयरवेज में अप्रैल, 2013 में निवेश किया था। उस समय उसने जेट
एयरवेज की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करीब 2,069
करोड़ रुपए में किया था। इससे पहले कापा इंडिया ने दिन में ट्वीट किया, ‘‘कापा
रिसर्च ने संकेत दिया है कि एतिहाद 2018-19 की तीसरी तिमाही तक जेट एयरवेज में
अपनी 24 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकती है। ’’
इस बारे में संपर्क करने पर जेट एयरवेज के
प्रवक्ता ने कहा कि नीति के तहत एयरलाइन अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती। सितंबर,
2017 में जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने एतिहाद के एयरलाइन से बाहर
निकलने की अटकलों को खारिज किया था। गोयल ने कहा था, ‘‘हमारी किसी अन्य
निवेशक को हिस्सेदारी बेचने की योजना नहीं है। इसके अलावा एतिहाद की भी जेट एयरवेज
से निकलने की कोई योजना है।’’
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