Friday, 2 February 2018

शहरों के कई कार्यक्रम स्थाई भविष्य के लिये वेटलैण्ड की भूमिका पर केन्द्रित रहे

शहरों के कई कार्यक्रम स्थाई भविष्य के लिये वेटलैण्ड की भूमिका पर केन्द्रित रहे

 पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) द्वारा आज विश्व वेटलैण्ड दिवस पर प्रदेश और एप्को परिसर भोपाल में विभिन्न कार्यक्रम और प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। सभी 51 जिलों में एप्को द्वारा गठित ईको-क्लब के माध्यम से 'वेटलैण्ड फॉर ए सस्टेनेबल अर्बन फ्यूचर'' (शहरों के स्थाई भविष्य के लिये वेटलैण्ड) पर केन्द्रित जन-जागरूकता की गतिविधियाँ की गईं।
एप्को परिसर में कार्यक्रम का शुभारंभ 'वेटलैण्ड हमारा भविष्य'' विषय पर विद्यार्थियों के लिये चित्रकला प्रतियोगिता से हुआ। इसके बाद छात्र-छात्राओं को भोज वेटलैण्ड एवं वेटलैण्ड में पक्षियों पर आधारित फिल्म दिखाकर वेटलैण्ड की महत्ता और संरक्षण की जानकारी दी गई। ओपन हाउस क्विज प्रतियोगिता में बच्चों ने उत्साहपूर्वक बड़े तालाब और वेटलैण्ड से संबंधित प्रश्नों के जवाब दिये। विषय-विशेषज्ञ श्री के.जी. व्यास ने वेटलैण्ड से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी बच्चों को रोचक तरीके से दी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय हरित-कोर योजना में भोपाल जिले के ईको-क्लब विद्यालय- शासकीय माध्यमिक विद्यालय, अरेरा कॉलोनी, शासकीय माध्यमिक विद्यालय एमएसीटी, शासकीय माध्यमिक विद्यालय कोटरा सुल्तानाबाद और नवीन ज्ञानदीप विद्यालय के 100 विद्यार्थी और 10 ईको-क्लब प्रभारी शिक्षकों ने भाग लिया।

मुख्य अतिथि श्री के.जी. व्यास ने चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार चंचल गिन्नारे, द्वितीय रुद्र कश्यप, तृतीय खुशबू राव और सांत्वना पुरस्कार तनु वर्मा तथा ऋषभ वकोरिया को दिये। सभी विजेताओं को ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र और प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम का समापन रैली एवं नारों के उद्घोष के साथ शाहपुरा झील पर किया गया।

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