श्री रुस्तम सिंह ने नवाचार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सफलता हमेशा कठिन परिश्रम के बाद ही मिलती है। कॅरियर काउंसिलिंग से छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन मिलने से सफलता आसान हो जाएगी। उन्होंने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। श्री सिंह ने कहा कि इलाज की कोई भी विधा कमतर नहीं है। एलोपैथी के साथ ही होम्योपैथी, आयुर्वेद और यूनानी का अपना विशिष्ट स्थान है।
दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन मुम्बई के सुप्रसिद्ध होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ. जवाहर शाह ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिया। तकरीबन 100 देशों में लोकप्रिय हो चुके इस सॉफ्टवेयर को छात्र-छात्राओं द्वारा बहुत पसंद किया गया है। कुलपति डॉ. शर्मा ने बताया कि उनका विश्वविद्यालय अगले वर्ष से सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले होम्योपैथी छात्र को गोल्ड मैडल से सम्मानित करने पर विचार कर रहा है। साथ ही, एक जर्नल भी प्रकाशित किया जाएगा, जिसमें होम्योपैथी में शोध कार्य करने वाले विद्यार्थियों के आलेख प्रकाशित होंगे।
Monday, 13 November 2017
होम्योपैथी कॅरियर काउंसिलिंग के लिए शुरू हुआ फर्स्ट स्टेप कार्यक्रम
श्री रुस्तम सिंह ने नवाचार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सफलता हमेशा कठिन परिश्रम के बाद ही मिलती है। कॅरियर काउंसिलिंग से छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन मिलने से सफलता आसान हो जाएगी। उन्होंने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। श्री सिंह ने कहा कि इलाज की कोई भी विधा कमतर नहीं है। एलोपैथी के साथ ही होम्योपैथी, आयुर्वेद और यूनानी का अपना विशिष्ट स्थान है।
दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन मुम्बई के सुप्रसिद्ध होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ. जवाहर शाह ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिया। तकरीबन 100 देशों में लोकप्रिय हो चुके इस सॉफ्टवेयर को छात्र-छात्राओं द्वारा बहुत पसंद किया गया है। कुलपति डॉ. शर्मा ने बताया कि उनका विश्वविद्यालय अगले वर्ष से सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले होम्योपैथी छात्र को गोल्ड मैडल से सम्मानित करने पर विचार कर रहा है। साथ ही, एक जर्नल भी प्रकाशित किया जाएगा, जिसमें होम्योपैथी में शोध कार्य करने वाले विद्यार्थियों के आलेख प्रकाशित होंगे।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Write comments