श्री रुस्तम सिंह ने भवन की गुणवत्ता की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका रख-रखाव भी हमेशा उच्च स्तर का रखें। श्री सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण भवन बन जाने से स्वास्थ्य प्रशिक्षणों में गुणवत्ता और गति आएगी। पहले 2 से 14 दिन तक होने वाले टी.बी. प्रशिक्षण के लिये चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टॉफ को रुकने की जगह न होने के कारण काफी परेशानी होती थी, जो अब दूर हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे नवाचारों को भी शामिल करें ताकि चिकित्सा गुणवत्ता का उन्नयन हो।
संचालक राज्य क्षय प्रत्यक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र डॉ. कौशल कुमार ने बताया कि भवन में स्वास्थ्य विभाग की अन्य विधाओं के चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टॉफ का प्रशिक्षण भी हो सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कॉन्फ्रेंस हॉल, डायनिंग हॉल, सुईट-रूम, डॉरमेट्री, किचन, मेस आदि भवन के तीनों तलों का निरीक्षण किया। श्री सिंह ने भवन की बाउण्ड्री-वॉल भी बनाने के निर्देश दिए।
Tuesday, 14 November 2017
प्रदेश में टी.बी. के मरीजों को रोजाना दवा मिलना शुरू : स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह
श्री रुस्तम सिंह ने भवन की गुणवत्ता की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका रख-रखाव भी हमेशा उच्च स्तर का रखें। श्री सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण भवन बन जाने से स्वास्थ्य प्रशिक्षणों में गुणवत्ता और गति आएगी। पहले 2 से 14 दिन तक होने वाले टी.बी. प्रशिक्षण के लिये चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टॉफ को रुकने की जगह न होने के कारण काफी परेशानी होती थी, जो अब दूर हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे नवाचारों को भी शामिल करें ताकि चिकित्सा गुणवत्ता का उन्नयन हो।
संचालक राज्य क्षय प्रत्यक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र डॉ. कौशल कुमार ने बताया कि भवन में स्वास्थ्य विभाग की अन्य विधाओं के चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टॉफ का प्रशिक्षण भी हो सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कॉन्फ्रेंस हॉल, डायनिंग हॉल, सुईट-रूम, डॉरमेट्री, किचन, मेस आदि भवन के तीनों तलों का निरीक्षण किया। श्री सिंह ने भवन की बाउण्ड्री-वॉल भी बनाने के निर्देश दिए।
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