मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन चरमपंथियों की मौत
भारत प्रशासित कश्मीर के त्राल इलाक़े में सेना के साथ हुई मुठभेड़ में तीन चरमपंथियों की मौत हो गई है.सेना और पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों के तलाशी अभियान के दौरान ये चरमपंथी सतूरा गांव के एक घर में घिर गए थे.
श्रीनगर से 40 किलोमीटर दूर त्राल वही इलाक़ा है जहां पिछले साल चरमपंथी कमांडर बुरहान वानी की मुठभेड़ में मौत हुई थी.
वानी के बाद से कश्मीर में महीनों हिंसक प्रदर्शन चला जिसमें क़रीब 100 लोगों की मौत हो गई और पैलेट गन के छर्रों से दर्जनों लोगों की आंखें चली गईं थीं.
पुलिस ने कहा है कि बीती 10 जुलाई को हिंदू तीर्थ यात्रियों पर हुए हमले के बाद चल रहे अभियान में सुरक्षा बलों को पहली सफलता हासिल हुई है.
पहले की मुठभेड़ों से उलट इसमें स्थानीय लोगों की ओर से कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ.
पाकिस्तान के हथियारबंद संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने मारे गए चरमपंथियों को अपना सदस्य बताया है और 'बदला लेने की धमकी' दी है.
जैश की स्थापना पाकिस्तान के मौलवी मसूद अज़हर ने की थी, जिसे साल 1998 में एक भारतीय विमान अपहरण के बाद समझौते के तहत छोड़ा गया था.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अज़हर को अंतरराष्ट्रीय चरमपंथी घोषित करने के लिए अमरीका और अन्य वैश्विक ताक़तों को एकजुट करने में चीन, भारत की कोशिशों पर वीटो लगाता रहा है.
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