रिटायरमेंट का ख़्याल ज़हन में आता है: अनिल कपूर
चार दशकों से फ़िल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे 'झक्कास अभिनेता' अनिल कपूर को कभी-कभी रिटायरमेंट का ख़्याल सताता है.."अपने 40 साल के करियर में अनिल कपूर ने 100 से भी अधिक फ़िल्में की हैं जिसमें शामिल हैं 'तेज़ाब', 'मिस्टर इंडिया', 'विरासत', 'पुकार', 'ईश्वर', 'स्लमडॉग मिलियनेयर' जैसी फिल्में.
60 साल के अनिल कपूर आज भी नए कलाकारों को टक्कर दे रहे हैं पर बढ़ती उम्र ने उन्हें रिटायरमेंट पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है.
अनिल कपूर अपने रिटायरमेंट पर कहते हैं, "कभी-कभी जब चोट लगती है तब ख़्याल आता है. आखिरकार है तो शारीरिक काम ही. मैं अमर नहीं हूँ. मरना तो सभी को है और बूढ़ा भी सभी को होना है. शारीरिक तौर पर आप हमेशा तंदुरुस्त नहीं रह सकते और ये ज़िंदगी है. ये सब चीज़ें ज़हन में आती हैं. फिर सोचता हूँ कब तक. जब तक दम है तब तक. जब तक दिमाग़ और शरीर में दम है तब तक. मैं अपने आप से कहता हूँ लगे रहो अनिल कपूर लगे रहो."
अनिल कपूर का कहना है कि उन्होंने भी अपने ज़माने में शरीर के साथ मोटे-पतले का प्रयोग किया था. नाक-कान में बाली डाली थी पर उस वक़्त इन सब बातों को तव्वजो नहीं मिलती थी जो आज मिल रही है.
हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री के शोमैन राज कपूर के फ़ैन रहे अनिल कपूर उनसे प्रेरित होकर फ़िल्मों में मूछों के साथ आए.
वो कहते हैं, "राज साहब मुझे बहुत पसंद करते थे. मुझे हमेशा प्रोत्साहित करते थे. मैं उनका बहुत बड़ा फ़ैन रहा हूँ और हमेशा रहूँगा. मुझे लगा कि जब वो मूंछ रख सकते हैं तो मैं क्यों नहीं."
राज कपूर ने अनिल कपूर के साथ 'परमवीर चक्र' नामक फ़िल्म भी करनी चाही पर वो फ़िल्म बन ना सकी.
इस कपूर खानदान की नवीन पीढ़ी सोनम कपूर, अर्जुन कपूर, हर्षवर्धन कपूर फ़िल्मों में कदम रख चुकी है.
अनिल कपूर को ख़ुशी है कि ये सब अपने दम पर इंडस्ट्री में अपनी जगह बना रहे हैं और ये सिर्फ़ उनकी शुरुआत है.
छोटे बेटे हर्षवर्धन की फ़िल्म 'मिर्ज़िया' पर टिप्पणी करते हुए अनिल कपूर कहते हैं, "मिर्ज़िया देखकर लगता है कि इसमें कितनी मेहनत लगी है पर कई बार आप ग़लत हो जाते हो जैसे मेरी फ़िल्म 'लम्हें'. पर ठीक है. वो मेहनत कर रहा है."
अनीस बज़्मी की फ़िल्म 'मुबारका' में भतीजे अर्जुन कपूर के साथ पहली बार नज़र आएंगे चाचा अनिल कपूर. फ़िल्म 28 जुलाई को रिलीज़ होगी.
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